HOW BAGLAMUKHI SHABHAR MANTRA CAN SAVE YOU TIME, STRESS, AND MONEY.

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उद्यत्-सूर्य-सहस्त्राभां, मुण्ड-माला-विभूषिताम् । पीताम्बरां पीत-प्रियां, पीत-माल्य-विभूषिताम् ।।

ॐ बगलामुखी महाक्रूरी शत्रू की जिह्वा को पकड़कर मुदगर से प्रहार कर , अंग प्रत्यंग स्तम्भ कर घर बाघं व्यापार बांध तिराहा बांध चौराहा बांध चार खूँट मरघट के बांध जादू टोना टोटका बांध दुष्ट दुष्ट्रनी कि बिध्या बांध छल कपट प्रपंचों को बांध सत्य नाम आदेश गुरू का।

वैरि-जिह्वा-भेदनार्थं , छूरिकां विभ्रतीं शिवाम् । पान-पात्रं गदां पाशं, धारयन्ती भजाम्यहम् ।॥

कालानल-निभां देवीं, ज्वलत् – पुञ्ज-शिरोरुहां। कोटि-बाहु-समायुक्तां, वैरि-जिह्वा-समन्वितां।।

आप सभी को दीपावली कि हार्दिक शुभकामनाएं

माँ पिताम्बरा बगलामुखी के यह मत्रं अपने आप में चमत्कृत है। बगलामुखी तत्रं साधना के लिए विशेष कौलाचार्य क्रम दीक्षा का विधान है। परन्तु यहा शाक्त, शैवों, नाथों द्वारा शक्ति उपासना अत्यधिक सहज तो है परन्तु शमशान आदि में साधना विशेष प्रभाव शाली है जो गुरू द्वारा बताएं मार्ग से ही प्राप्त है।

Shabar Mantras are believed to possess huge electric power and may be chanted to eliminate doshas and convey about optimistic variations in one's lifetime.

इस परिशिष्ट में जिन मन्त्रों का उल्लेख किया जा रहा है, वे लोक- परम्परा से सम्बद्ध भगवती-उपासकों द्वारा पुनः-पुनः सराहे गए हैं। इन मन्त्रों का प्रभाव असंदिग्ध है, जबकि इनके साधन में औपचारिकताएं नाम मात्र की हैं। यदि भगवती बगलाम्बा के प्रति पूर्ण आस्था एवं श्रद्धा-भाव रखते हुए इन click here मन्त्रों की साधना की जाए, तो कोई कारण नहीं है कि साधक को उसके अभीष्ट की प्राप्ति न हो।

पीताम्बरां पीत-माल्यां, पीताभरण-भूषिताम् । पीत-कञ्ज-पद-द्वन्द्वां , बगलां चिन्तयेऽनिशम् ।।

“ૐ ह्रीं बगलामुखी सर्वं ध्रुवं वाचं मुखं पदं स्तम्भया जीवाहं किलोक् किलोक बनसाय ह्रीं ॐ स्वाहा”

‘‘हे माँ हमें शत्रुओं ने बहुत पीड़ित कर रखा है, हम पर कृपाा करें उन शत्रुओं से हमारी रक्षा करे व उन्हें दंड दे‘‘

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नव-यौवन-सम्पन्नां, पञ्च-मुद्रा-विभूषिताम् । चतुर्भुजां ललज्जिह्वां , महा-भीमां वर-प्रदाम्

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